Report : Sangita Singh
दिनाक 23 अगस्त 2025 को, श्रीमती श्वेता के. सुगाथन, आई.पी.एस, पुलिस अधीक्षक (जिला), उत्तर और मध्य अंडमान की अध्यक्षता में कालीघाट पंचायत हॉल में एक जन सुनवाई आयोजित की गई, जिसमें श्री अंकेश यादव, दानिप्स, एस.डी.पी.ओ डिगलीपुर और एस.आई . एस.एन. हलदर, एस.एच.ओ, पी.एस कालीघाट भी शामिल थे।
कार्यक्रम में प्रधानों, जिला परिषद सदस्यों, पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों और आम जनता सहित 80 से अधिक लोगों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। सत्र के दौरान प्रतिभागियों ने शराब की अवैध बिक्री, यातायात और पार्किंग, प्रमुख स्थानों पर पुलिस की तैनाती की आवश्यकता, नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बारे में जागरूकता की आवश्यकता आदि जैसे मुद्दों पर अपनी शिकायतें उठाईं।
सभा को संबोधित करते हुए, पुलिस अधीक्षक (विकास) उत्तर और मध्य अंडमान जिला ने सभी शिकायतें सुनीं और प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि पुलिस विभाग इन चिंताओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रभावी समाधान सुनिश्चित करने और क्षेत्र में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सामुदायिक सहयोग अत्यंत आवश्यक है।
इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान एक जागरूकता सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग के हानिकारक प्रभावों और यातायात नियमों के पालन के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस सत्र का उद्देश्य जनता को जागरूक करना, ज़िम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित करना और एक सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए सामूहिक ज़िम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना था।
अपने समापन भाषण में, पुलिस अधीक्षक (डी) उत्तर और मध्य अंडमान जिला ने सभी प्रतिभागियों से अपने क्षेत्रों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग, आपराधिक गतिविधियों या अन्य गैरकानूनी गतिविधियों से संबंधित किसी भी विश्वसनीय खुफिया जानकारी को तुरंत साझा करके अपना सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि जनता से समय पर प्राप्त जानकारी पुलिस को अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगी और सभी के लिए एक सुरक्षित और अपराध-मुक्त समाज बनाने में मदद करेगी।